टेस्टिकल्स यानी अंडकोषों की सेहत से ना केवल फर्टिलिटी यानी कि प्रजनन क्षमता ठीक रहती है, बल्कि किसी भी गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सकता है। जैसे- टेस्टिकुलर कैंसर का समय पर पता भी लगाया जा सकता है। टेस्टिकुलर कैंसर दुर्लभ है लेकिन 15–35 साल के पुरुषों में यह सबसे आम कैंसर माना जाता है। ऐसे में नियमित रूप से खुद जांच करना बेहद फायदेमंद है।
शरीर में अंडकोष की भूमिका क्या है?
अंडकोष, अंडकोष की थैली यानी की स्क्रोटम में होते हैं। अंडकोष का मुख्य काम स्पर्म बनाना एवं टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन करना है। ये हार्मोन ही पुरुषों के यौन इच्छा के लिए जिम्मेदार होते हैं। साथ ही स्पर्म का सही मात्रा और सही तरीके से बनना भी बेहद जरूरी है क्योंकि इस पर ही पुरुषों की फर्टिलिटी निर्भर होती है। ऐसे में अंडकोष को स्वस्थ बनाए रखना एवं जांच करते रहना जरूरी है।
अगर संक्रमण (जैसे एपिडिडिमाइटिस), वैरिकोसेल (सूजी हुई नसें), हाइड्रोसेल या कैंसर जैसी समस्याएं समय पर पता लग जाएं, तो इलाज आसान हो जाता है। खासकर टेस्टिकुलर कैंसर का इलाज शुरुआती स्टेज में 95% तक सफल रहता है।
खुद से जांच करने की प्रक्रिया
1. सही समय चुनें
जब आप नहाकर बाहर निकलते हैं, तब अंडकोष नरम होते हैं और स्किन रिलैक्स रहती है। यह अंडकोष को महसूस करने के लिए सबसे सही समय होता है।
2. शीशे के सामने खड़े हों
सबसे पहले शीशे में देखकर स्क्रोटम यानी की अंडकोष की थैली में कोई सूजन या असामान्यता तो नहीं है, यह जांचें।
3. एक-एक अंडकोष की जांच करें
- दोनों हाथों का इस्तेमाल करें। हथेली की पहली ऊंगली और बीच की ऊंगली को अंडकोष के नीचे रखें और अंगूठे को ऊपर।
- बहुत हल्के से छुकर महसूस करें कि कोई गांठ, कठोरपन या अनियमितता तो नहीं है। आप ये जांच हर महीने एक बार खुद से कर सकते हैं।
डॉक्टर से संपर्क कब करें?
जांच करते समय अगर आपको निम्न में से कुछ महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- कोई कठोर या असामान्य गांठ
- आकार, बनावट या भारीपन महसूस हो
- लगातार दर्द या भारीपन
- पेट के निचले हिस्से में असामान्य दबाव
अंडकोष को स्वस्थ कैसे रख सकते हैं?
आप कुछ निर्देशों का पालन करके अपने अंडकोष को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। जैसे-
- अंडकोष और उसके आसपास के हिस्से को साफ-सुथरा रखें।
- हमेशा साफ और सुखा हुआ अंडरवियर पहनें।
- स्वयं अपने अंडकोष की जांच करते रहें।
- यौन संबंध बनाते वक्त सावधानी बरतें और कंडोम का इस्तेमाल करें।
- धूम्रपान ना करें एवं नशीले पदार्थों का सेवन करने से परहेज करें।
पुरुषों की असली सेहत केवल बाहरी फिटनेस से नहीं बल्कि अंदरूनी तंदरुस्ती से तय होती है। अंडकोष की सेहत पुरुषों के संपूर्ण स्वास्थ्य, प्रजनन क्षमता और यौन जीवन के लिए बेहद अहम है। नियमित जांच और सजगता से ना केवल टेस्टिकुलर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का समय पर पता लगाया जा सकता है, बल्कि उनका सफल इलाज भी संभव है इसलिए हर पुरुष को अपनी दिनचर्या में अंडकोष की जांच और देखभाल को शामिल करना चाहिए क्योंकि सजगता ही सुरक्षा है।
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