सेक्स और प्यार के बारे में लाखों तथ्य मौजूद हैं। तो सबसे महत्वपूर्ण क्या हैं? हम प्यार, सेक्स और रिश्तों से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी को आपके सामने ऐसे पेश करते हैं कि उन्हें पढ़ना आपके लिए आसान होI
कभी-कभी पुरुषों को अपने लिंग की ऊपरी चमड़ी या फोरस्किन को पीछे खींचने में काफी परेशानी होती है। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि यह कोई बीमारी नहीं है। इस समस्या को फिमोसिस कहा जाता है। आइये फिमोसिस के बारे में विस्तार से जानते हैं।
गर्भपात एक बहुत ही कठिन विकल्प है। केवल कुछ चीजें ही इसे सहने योग्य बना सकती हैं। उनमें से एक है - मेरे डॉक्टर का पूरा साथ। आज हम आपके लिए ऐसी कुछ बातें लेकर आए हैं जिनके चलते महिलाओं के लिए गर्भपात करवाना बहुत मुश्किल हो जाता है। डॉक्टरों और नर्सों से हमारा अनुरोध है कि वे इस तरह की बातचीत को बदलने में हमारी मदद करें ताकि महिलाओं को सुरक्षित और अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिल सके।
गुदा और मुख मैथुन वैसे तो कोई भी व्यक्ति कर सकता है लेकिन समलैंगिक और द्विलैंगिक पुरुष मुख मैथुन सबसे ज्यादा करते हैं। मुख या गुदा मैथुन करने की भी अपनी एक शैली होती है। यदि इसे सही तरीके से किया जाए तो गुदा मैथुन बेहद मज़ेदार हो सकता है लेकिन कई बार यह बेहद असुविधाजनक भी हो सकता है। लव मैटर्स इंडिया लेकर आया है जननांगों और गुदा को साफ़ रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझावI
मासिक धर्म के दौरान खून को सोखने के लिए आमतौर पर कपड़ा, कपड़े के पैड, सैनिटरी नैपकिन, टैम्पोन और मासिक धर्म कप का इस्तेमाल किया जाता है। महिलाएं अपनी सुविधा और किफ़ायत के अनुसार माहवारी से जुड़े उत्पादों का चुनाव करती हैं। हालांकि इनमें से सभी को संक्रमण और बैक्टीरिया से मुक्त रखने के लिए अच्छी तरह से साफ करने की ज़रूरत पड़ती है।
आमतौर पर हर पति पत्नी के बीच तकरार और लड़ाई होती ही है। लेकिन अधिक देर तक मनमुटाव रखने से रिश्तों में कहीं ना कहीं कड़वाहट आ जाती है। इसलिए झगड़े को जल्दी से जल्दी सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए। हम यहां आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं जिसे आजमाकर आप आपसी झगड़े को आसानी से सुलझा सकते हैं।
अधिकांश संस्कृतियों में, जिसमें हमारी भी शामिल है, पहली बार सेक्स करने को बहुत सवालिया नज़रों से देखा जाता हैI शायद ऐसा विर्जिनिटी या कौमार्य खोने की हमारी धारणाओं की वजह से हैI यह अवधारणा मिथकों से भरी हुई है और अक्सर इसे केवल 'महिलाओं की समस्या' माना जाता हैI कुछ गलत धारणाओं से पर्दा उठाने और कौमार्यता के बारे में और जानने के लिए पढ़िए कुछ ख़ास महत्त्वपूर्ण तथ्यI
सेक्स और कामुक अभिव्यक्ति एक सुंदर लेकिन बेहद निजी और गहरा एहसास हैI सेक्स की बात आते ही माहौल में रोमांच का बढ़ना सामान्य है लेकिन यहाँ यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आप और केवल आप ही यह निर्धारित कर सकते हैं कि आप कब सेक्स के लिए तैयार हैं। इसमें अगर आपको कुछ मदद की ज़रूरत है, तो पढ़िए कुछ ज़रूरी बातेंI
आप अभी अपने साथी के साथ शानदार सेक्स करके चुके हैं और अचानक ही आपको उदासी और निराशा के बादलों ने आ घेरा हैI यह पोस्ट-कोयटल डाइस्पोरिया (पीसीडी) हो सकता है, जिसे आमतौर पर सेक्स के बाद की उदासी भी कहा जाता हैI लव लव मैटर्स आज आपके लिए इस सामान्य अवस्था से जुड़े कुछ तथ्य लेकर आया हैI
हर तीन में से एक महिला ने अपने जीवनकाल में हिंसा का अनुभव किया हैI जब हम महिलाओं के विरूद्ध हिंसा के बारे में सोचते हैं, तो अकसर हम अजनबियों द्वारा महिलाओं का बलात्कार किया जाना या उनके ससुराल वालों द्वारा उन्हें जला दिए जाने को ही हिंसात्मक व्यवहार का दर्जा देते हैंI हालांकि यह सच है, लेकिन हिंसा रोज़ होने वाली कुछ 'सामान्य' परिस्तिथियों में भी हो सकती है, जिसे हम अकसर अनदेखा कर देते हैं, क्यूंकि शायद वो हमें महत्त्वहीन लगती हैI लेकिन ऐसा नहीं हैI हमारे ऐसा करने से अनजाने में हम एक ऐसी सभ्यता बनाने में योगदान दे रहे हैं जिसमें महिलाओं के विरूद्ध हिंसा बढ़ती जा रही है और इसलिए हम सभी की ज़िम्मेदारी बनती है कि इसे बदलने में भी अपनी भूमिका निभाएंI इस हिंसा की संस्कृति को खत्म करने के लिए हम ऐसे शुरआत कर सकते हैंI
महिलाओं में कैंसर के कारण होने वाली मौतों में सर्वाइकल कैंसर चौथा सबसे मुख्य कारण है। लेकिन राहत की बात यह है कि टीकाकरण के जरिए सर्वाइकल कैंसर से आसानी से बचा जा सकता है। यदि आपकी उम्र 26 वर्ष से कम है तो आप अपना टीकाकरण करवाकर सर्वाइकल कैंसर से बच सकती हैं।
मी टू एक ऐसा अभियान है, जिसके ज़रिये महिलाएं अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के अनुभवों को सार्वजनिक रूप से साझा कर रही हैं। लव मैटर्स इंडिया बता रहा है कि दुनिया में व्यापक रूप से उपयोग की गई हैशटैग मी टू की भारत में क्या प्रासंगिकता है।