हम दोनों एक दूसरे को चूमने और प्यार करने में इतने मशगूल हो गए थे कि सांस लेना मुश्किल हो रहा था। हमारे हाथ एक दूसरे के शरीरों को टटोल रहे थे, जो किसी सुख से कम नहीं था। मैं एकदम नेक्स्ट लेवल पर पहुँच गयी थी। मैं नहीं चाहती थी कि यह फीलिंग खत्म हो। लेकिन मैं ज्यादा देर तक ऐसा नहीं कर पायी, आस्था सेक्स के बीच अनायास ही क्यों रुक गयी? आइए जानते हैं।
योनि में उत्तेजना के जरिए ऑर्गेज्म प्राप्त करने वाली महिलाओं को अपने पार्टनर पर खूब प्यार आता है। योनि ऑर्गेज्म कम तीव्र होते हैं, लेकिन क्लिटोरल ऑर्गेज्म के विपरीत, महिलाओं को पूरे शरीर में फैलता हुआ महसूस होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि योनि और क्लिटोरल ऑर्गेज्म के लिए शरीर और मस्तिष्क में संवेदी मार्ग अलग-अलग सक्रिय होते हैं।
पोर्नोग्राफी बहुत मजेदार हो सकती है और यह आपको उत्तेजित करने में भी मदद भी कर सकती है। लेकिन क्या यह महिलाओं के लिए अपमानजनक नहीं है? सॉफ्ट और हार्ड पोर्न में क्या अंतर है? आपको कैसे पता चलेगा कि कितना पोर्न देखना आपके लिए सही है? हम टॉप फाइव फैक्ट्स में इसी के बारे में पढ़ेंगे।
बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली स्नेहा होशियार लड़की है। वह पढ़ लिखकर जीवन में कुछ बनना चाहती है। लेकिन एक छोटी सी गलती से उसकी ज़िंदगी ही बदल गई है। आखिर वह कौन सा निर्णय था जिसे लेकर स्नेहा को आज भी अफसोस है?
कोमल 15 साल की थी जब वह गर्भवती हुई। उसकी माँ की धारणा थी कि अविवाहित, 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए गर्भपात अवैध है, इसलिए वह सरकारी अस्पताल नहीं गई। इसके बजाय, उसने अपनी बेटी के गर्भपात के लिए एक महंगे डॉक्टर को चुना और उसे एक बड़ा कर्ज लेना पड़ा। उसका परिवार अब हमेशा के लिए भारी कर्ज में है और इस कर्ज को चुकाने के लिए उन्हें शायद जीवन भर काम करना पड़ेगा।
ऋतु के परिवार के सदस्य ने उसका रेप किया, जिसके बाद उसे गर्भपात कराना पड़ा, लेकिन बिहार में बतौर एएनएम का काम कर रही रानी के अनुसार स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है। रानी लव मैटर्स के साथ ऋतु की कहानी साझा कर रही हैं।
बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली 12 साल की नैना का दो महीने से एसिडिटी और गैस का इलाज चल रहा था, जबकि मामला कुछ और था। गांव के किसी डॉक्टर ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतनी कम उम्र में प्रेगनेंट हो सकती है। स्थानीय एएनएम रानी ने लव मैटर्स इंडिया के साथ नैना की कहानी शेयर की।
भारत का संशोधित गर्भपात कानून भारत में महिलाओं को बिना शादी के अबॉरशन करवाने को रज़ामंदी दे दी है, लेकिन क्या यह बात हमारे देश में आज भी सब को पता है? खस्सकार उनको जो इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं - जैसे की आशा दीदी, आंगनवाड़ी के कर्मचारी और अन्य लोग जो की सरकारी असपताल में हैं? आज भी जब कोई अनब्याही लड़की अबॉरशन करवाने आती है, तो उसको यह कह दिया जाता है की यह गैर कानूनी है। बिहार के एक छोटे से गांव की 18 साल के सोनम जब हाल ही में वहां अबॉरशन करवाने गयी तो यही हुआ उसके साथ भी। आईये यह कहानी पढ़ते हैं।