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गर्भपात में माँ ने मदद की

गर्भवती होने के बारे में अनिश्चितता
लावण्या एक आम किशोरी है - मौज-मस्ती करने वाली और चिंता मुक्तI उसे सिर्फ उसक कपड़ों और परीक्षा की चिंता रहती हैI लेकिन एक बात अलग है, वो गर्भवती है, और ज़ाहिर है की वो ये बच्चा नहीं चाहती और गर्भपात ही केवल एक रास्ता हैI

एबॉर्शन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था

गर्भ निरोध
*सुमन और *अभय केवल कामुक सुख के लिए एक रिश्ते में थेI उनका सेक्स जीवन शानदार था और उस मनहूस दिन तक सब अच्छा चल रहा थाI उस दिन जब सुमन ने अभय को रोते हुए फ़ोन किया थाI

21 वर्ष के होते होते मेरे चार एबॉर्शन हो चुके थे

गर्भावस्था
सुप्रिया का हर रिश्ता अपमानजनक और हिंसात्मक रहा थाI उनकी वजह से उसे एक, दो नहीं बल्कि चार गर्भपातों से गुज़रना पड़ा थाI उसके बाद उसे एहसास हुआ कि उसे कुछ बदलना होगाI आज उसे किसी भी बात का कोई अफ़सोस नहीं है क्यूंकि इस सबकी वजह से उसने अपनी और अपने शरीर का सम्म्मान करना शुरू किया हैI

बेहतर सेक्स के लिए दवाएँ / जड़ी-बूटी?

सेक्स करना
आप सभी ने वियाग्रा जैसी गोलियों के बारे में सुना होगा जो सेक्स का समय बढ़ा देती है, या हमारे देसी जड़ी बूटी शिलाजीत के बारे में जो 'मरदाना ताकत' बढ़ाती है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि ये सेक्स परफ़ॉर्मेंस बढ़ाने वाली चीज़ें कितनी सेफ़ हैं? आपको उन्हें लेना चाहिए या नहीं? लव मैटर्स इन सभी सवालों का जवाब लेकर हाज़िर है।

मैंने अपने शरीर की सुनी, और एबॉर्शन को चुना

गर्भावस्था
पहले प्रसव में हुई जटिलता के अनुभव ने सुभाषिनी को मानसिक रूप से निराशा की अवस्था में ला दिया था। जब उन्हें पता चला कि वो फिर से गर्भवती हैं तो उन्होंने एबॉर्शन का फैसला किया क्योंकि वो फिर से प्रसव की पीड़ा और नींद रहित रातों के लिए तैयार नही थी।

हर गर्भपात पर अफ़सोस हो, ज़रूरी नहीं

गर्भवती होने के बारे में अनिश्चितता
मैं शादी के दो महीने बाद ही प्रेग्नेंट हो गयी थीI हम दोनों ही परेशान और नाखुश थेI नवविवाहित जोड़ो की तरह खुशी मनाना तो दूर, हमें तो एबॉर्शन की चिंता सताने लगी थीI

अपनी बेटी के बेहतर भविष्य के लिए मैने एबॉर्शन को चुना।

गर्भावस्था
‘खानदान का चिराग’ देने के परिवार के दबाव के विरुद्ध जाकर मालिनी ने अपने अनचाहे गर्भ का एबॉर्शन करने का फैसला किया- अपनी बेटी के बेहतर भविष्य के लिए।

'मुझे सेक्स से नफरत हो गयी थी'

गर्भावस्था
‘‘मैं जिन पलों से गुजरी वह अभी भी मेरे दिमाग में ताजा हैं’’, मुंबई की 24 वर्षीय छात्रा का उस समय के बारे में कहना है जब उन्होंने किशोरावस्था में गर्भपात करवाया।प्रेम प्रसंग की वजह से इतना दर्द और आघात पहुंच सकता था, यह उन्हें बहुत अप्रिय रूप से आश्चर्यजनक लगा।