हम जानते हैं कि आपको अपने पार्टनर से सुरक्षित और स्वस्थ सेक्स के बारे में बात करना थोड़ा अजीब और नीरस लग सकता है। लेकिन अगर हम ये कहें कि पार्टनर से इस बारें में बात करने से आपका यौन जीवन पहले से काफी बेहतर और मजेदार हो सकता है, तो? दरअसल, जो कपल स्वस्थ सेक्स के फायदे जानते हैं, वे एक दूसरे पर अधिक भरोसा करते हैं और बिस्तर पर एक दूसरे का साथ उन्हें ज़्यादा मजेदार और सुखद लगता है! आइए सीमा सैय्यद से जानते हैं स्वस्थ यौन जीवन के लिए कुछ कीमती टिप्स।
आंटीजी, मेरे पति फौज में हैं। वह सीमा पर तैनात है। मैं अकेली रहती हूँ और यह अकेलापन मुझे मार रहा है। मैं उसे धोखा देना नहीं चाहती। कृपया सहायता कीजिए! स्मिता (26), नई दिल्ली।
अभिषेक ने अपने मम्मी-पापा के जिद करने पर एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल बनायी। उसे लगा कि मैट्रिमोनियल साइट का अनुभव भी डेटिंग वेबसाइट की तरह ही होगा। लेकिन जब उसने लड़कियों के ‘भावी पति’ की पसंद जानी तो उसके होश उड़ गए। उसने देखा की ज़्यादातर लड़कियां अधिक पैसे कमाने वाले पुरुष को अपना पति बनाना चाहती हैं। अभिषेक ने लव मैटर्स इंडिया के साथ अपनी कहानी शेयर की।
सेक्स टॉय खरीदने का आइडिया बहुत अच्छा है लेकिन यह बात तो माननी होगी कि वे ज़रा महंगे होते हैं। अगर हम आपको कहें कि हम सबके घर में कुछ चीज़ें होतीं हैं जिन्हें सेक्स टॉय की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। आपको यकीन नहीं हो रहा? आइए बताते हैं।
‘अब जब मैं मंदिर जाता हूँ तो भगवान से अपने आप को ‘नॉर्मल’ बनाने की प्रार्थना नहीं करता, क्योंकि मुझे पता चल चूका है की मैं ‘नॉर्मल’ हूँ, और लोगों की सोच गलत है,’ अंश ने गैलक्सी वेबसाइट से कहा। आइये उसकी कहानी पढ़ते हैं।
पहली बार सेक्स ज़िंदगी भर याद रखने वाला अनुभव हो जाता है। आप इसे हमेशा सहेज कर रखेंगे या या इसकी याद ही आपको सिहरा देने वाली होगी, यह इस बात से डिसाइड होगा कि आपने इसे कितना सोच समझ कर किया है। यहाँ कुछ टिप्स आपके लिए जिसे अपना कर आप और आपके पार्टनर कभी इसके बारे में बात करना नहीं बंद करेंगे।
जब रजत ने पहली बार अलीशा को किस करने की कोशिश की, तो अलीशा ने उसे उसी वक़्त रोक दिया। रजत ने दोबारा फिर कभी कोशिश नहीं की। कुछ महीनों के बाद, अलीशा ही रजत को छूने और किस करने के लिए तरस गई। क्या उसे यह कदम उठाना चाहिए या इंतजार करना चाहिए? उन्होंने लव मैटर्स इंडिया के लेखक अनूप के साथ अपनी कहानी साझा की।
‘वह तो टॉमबॉय है। हमेशा लड़कों के जैसे कपड़े पहनती है।’
‘लंबे बाल, नेल पेंट और नोज रिंग - क्या लड़के भी पहनते हैं?’
एक जेंडर के लोग दूसरे जेंडर के कपड़े क्यों पहनते हैं, यह जानते हुए भी कि समाज की दृष्टि से यह उनके जेंडर के लिए फिट नहीं है। इसे क्रॉसड्रेसिंग कहते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं: